पहले के टाइम में ये जरूर कहा जाता था कि जो पुरुष है वो कभी बूढ़े नहीं होते हैं है ना क्योंकि वो बुढ़ापे में भी अच्छे से सेक्स कर सकते हैं ऐसा नहीं है फीमेल्स नहीं कर सकती बट उनकी थोड़ी सी इच्छा कम हो जाती है बट मेल्स कर सकते हैं लेकिन आजकल के जो मेल्स है ना वो बहुत ही जल्दी बूढ़े हो रहे हैं क्योंकि वोह उनका टाइमिंग बहुत ही जल्दी खत्म हो जाता है बहुत ही जल्दी उनको दिक्कतें शुरू हो जाती हैं अपनी सेक्स लाइफ से लेके सबसे इंपॉर्टेंट क्या है पता है जब भी आप चाहते हैं कि आप बुढ़ापे तक अपनी जो सेक्स लाइफ है उसको बहुत अच्छा कर सके बहुत ही अच्छे से उसको एंजॉय कर सके अपने फीमेल पार्टनर के साथ तो आपको क्या करना है सबसे इंपॉर्टेंट बात मैं आपको बताऊंगी तो पहली बात तो यही कि इंपॉर्टेंट है क्या उसको सही बनाए रखने के लिए सबसे इंपॉर्टेट है आपका तनाव अगर यह नहीं है ना तो फिर क्या होगा आपके ऊपर एक प्रेशर आएगा ठीक है क्योंकि बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं अलग-अलग तरीके का होता है ये भी या तो शुरुआत में ही नहीं आता है टाइम लगता है जैसे ही अगर आप सोचते हैं या फ आपकी फीमेल सोचती है कि आपको प्रशन बनाने हैं तो उस समय आपको टाइम लगता है इतनी इजली तनाव नहीं आ पाता है ठीक है आप रेडी नहीं हो पा रहे हैं या फिर अ आप कर रहे हैं तो फिर क्या हो जाता है बीच में चला जा रहा है तो मेनली तो यही होता है कि शुरुआत में ही किसी-किसी को नहीं आता है और जिसकी वजह से आगे का प्रोसेस हो ही नहीं पाता है
यदि इन दो बातों को जीवन में अपना लिया तो कभी तनाव नहीं होगा
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पेनिट्रेशन तक नहीं हो पाता है बहुत सारे ऐसे मेल होते हैं तो जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है तो वो और भी ज्यादा प्रॉब्लम बढ़ती चली जाती है ठीक है तो अगर ऐसा है ना तो उसको अभी से ठीक कर लो खुद ठीक कर सकते हैं नहीं तो फिर आप दवाइयां भी लेते रहेंगे आपका कॉन्फिडेंस भी जाएगा डॉक्टर्स के चक्कर लगाएंगे ठीक है तो खुद से क्या कर सकते हैं सिर्फ एक ही चीज बताऊंगी और जो कि सच में बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है ओके तो यह तो पता चल गया कि तनाव है वो जो कि आपको बुढ़ापे में भी आप कर सकते हैं अगर यह सही है तो ठीक है मेल्स के लिए यही बात मेन होती है तो चलिए अब बात कर लेते हैं कि अगर आप सिर्फ एक चीज को बढ़ा लेते हैं है ना तो उससे बहुत सारी प्रॉब्लम्स का सलूशन हो जाएगा वो क्या है ए नाइट्रिक ऑक्साइड अगर ये आपकी बॉडी में बढ़ जाता है ना तो क्या होता है कि आपको बहुत सारी प्रॉब्लम से छुटकारा मिल जाएगा बहुत सारी मींस जो ब्लड देखिए ब्लड ही मेन चीज होती है कि जब आपका ब्लड का फ्लो आपकी उन ऑर्गन्स की तरफ बहुत अच्छा होता है ना तो इजली आप क्या कर सकते हैं आपका जो पार्ट है वो इरेक्ट हो सकता है उसमें तनाव प्रॉपर रह सकता है कंटिन्यू ठीक है लेकिन अगर वही अगर प्रॉपर तरीके से ना हो ब्लड का फ्लो ना हो देखिए मेन चीज को समझिए तो फिर आप क्या करेंगे तो फिर वो इजली तनाव भी चला जाएगा या फिर आएगा ही नहीं सिंपल सी बात है तो उसको कैसे ठीक कर सकते हैं आप खुद से तो आपको क्या करना है कि आप डीप ब्रीद लेंगे ये बिल्कुल सही बात है जब आप डीप ब्रेथ लेते हैं ना और सिर्फ और सिर्फ नाक से ही सांस ले रहे हैं और नाक से ही छोड़ रहे हैं ठीक है इन्हेल एंड एक्सल वो भी डीप करना है और किससे अपने नाक की हेल्प से जब आप नोस्टल से ही छोड़ते हैं तो होता क्या है कि आपके नाक में ये समझिएकुछ ऐसी कोशिकाएं हैं
जीवन में कभी लिंग में तनाव की कमी ना होगी,NO नाइट्रिक ऑक्साइड बढ़ाने का ये तरीका अपनाओ
सेल्स हैं जो कि क्या करती है नाइट्रिक ऑक्साइड को हमारे ब्लड में रिलीज करती रहती है देखिए कितनी खूबसूरत बात है हमारे ब्लड में खुद चला जाता है अगर हम ध्यान देते हैं तो कॉन्शियसली आप उसके ऊपर प्रैक्टिस करेंगे तो ठीक है तो क्या होगा कि आपके ब्लड में मिलता है जिससे क्या होता है कि आपके जो ब्लड की जो ये समझिए जो धम है ठीक है जोवेसल्स हैं उनमें ब्लड प्रॉपर तरीके से फ्लो करता है क्यों क्योंकि ये जो नाइट्रिक ऑक्साइड है ना ये क्या करता है उनको खोलने का काम करता है बहुत बार क्या हो जाता है कि संक्री हो जाती है बहुत ही सिकुड़ जाती हैं जिसकी वजह से ब्लड फ्लो नहीं हो पाता है और आपका जो हिस्सा है प्राइवेट हिस्सा वहां पे तो ब्लड का ही सारा मेन रोल है क्योंकि जो आपके स्पंजीटिशूज होते हैं वो उसकी वजह से ही क्या होते हैं उनका साइज जब ब्लड उनके अंदर जाके भरता है तो ही उनका लेंथ और उनकी ब्लड जो चौड़ाई है वो बढ़ती है ऐसा होता है तो अगर आपके अंदर नाइट्रिक ऑक्साइड की कमी आ गई है ना तो वो प्रॉपर तरीके से वहां पे ब्लड नहीं जाएगा ठीक है ब्लड नहीं जाएगा तो ये काम आगे होगा ही नहीं तो आप खुद बना सकते हैं यही मैं आपको कहना चाह रही हूं कि आप खुद से बना सकते हैं इसको जब आप डीप ब्रीद लेते हैं जब आप ब्रीद लेते हैं डीप तो क्या होता है कि आपकी वो जो कोशिकाएं हैं वो खुद नाइट्रिक ऑक्साइड को बनाती हैं क्योंकि हमारी जो एपिथीलियम जो सेल्स है ना एपिथेलियल सेल्स वो खुद ही इसको रिलीज करती हैं और हमारे ब्लड स्ट्रीम में वो मिलाती रहती हैं जिससे कि ब्लड इजली जो उनकी जो वेसल्स होती हैं वो खुल जाती हैं अच्छे से डायलेट हो जाती है मतलब फैल जाती है और प्रॉपर तरीके से ब्लड उनमें से फ्लो कर सकता है तो आप समझ रहे हैं कि आपकी ओवरऑल बॉडी के लिए भी अच्छा है क्योंकि जब भी हमारे जो ब्लड है उसके अंदर जब थक्का जमने लगता है कोई भी गंदगी जमने लगती है तो नलिया क्या हो जाती है सिकुड़ जाती हैं सिकुड़ने की वजह से ही हार्ट अटैक वगैरह होते हैं ब्लड प्रेशर बहुत सारी प्रॉब्लम्स आती हैं और मोस्टली यही लोग होते हैं जिनको तनाव ना आने की समस्या भी हो जाती है 30 40 की उम्र में ही वो करना ही छोड़ देते हैं तो ऐसा क्यों करना है जब कुदरत ने हमें ये दिया है हम कर सकते हैं हमारी इच्छाएं होती हैं तो एक पॉजिटिव वे में हमें करना चाहिए जो लोग ये बोलते रहते हैं ना कि गंदा चीज है ये है वो है तो वो लोग खुद जरा सोचिए अगर यह सब नहीं होता तो आप भी इस दुनिया में नहीं आते तो अगर आप सही चीज को भी गलत नजरिए से देखेंगे तो वो गलत लगेगा लेकिन अगर आप सही चीज को सही नजरिए से देख रहे हैं ना तो वो सही ही होगा और उसका परिणाम भी सही होता है ठीक है तो एक पॉइंट और हम डिस्कस कर लेते हैं कि जो ए की कमी हमारी बॉडी में फिर क्यों हो जाती है तो देखिए ए की कमी इसलिए हो जाती है कि जो हमारा ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम है ए एन एस वो प्रॉपर तरीके से काम इसका मतलब नहीं कर रहा है जब वो ये काम नहीं करता है तो आपकी बॉडी में स्ट्रेस होता है आपके दिमाग में जो स्ट्रेस का लेवल है वो बढ़ जाता है आपको एंजाइटी होने लगती है आपको हमेशा प्रेशर फील होता है कि मुझे करना है करना है यह सारी चीजें कनेक्टेड है आपके नर्वस सिस्टम से ठीक है तो जब आप एओ का लेवल बढ़ाएंगे जैसा कि मैं बताऊं आपको कि डीप ब्रीदिंग से तो उसकी वजह से क्या होगा ये सारी प्रॉब्लम्स दूर होंगी ठीक है तो दो ही तरीके हैं आपके नाइट्रिक ऑक्साइड को बनाने के लिए पहला जो मैंने बताया है डीप ब्रीद और कुछ नहीं ये इंपॉर्टेंट है डाइट का तो ख्याल रखना ही है दूसरा क्या है कि या फिर आप दवा ले लीजिए ठीक है जो कि हो सकता है कि आपकी बॉडी में कोई साइड इफेक्ट भी दे