रेलवे ने वेटिंग टिकट को बंद करने का फैसला क्यों लिया Indian Railway
जय हिंद दोस्तों रेलवे वेटिंग टिकट से संबंधित मैंने एक वीडियो बनाया था जिसमें बहुत सारे लोग कमेंट बॉक्स में सवाल कर रहे हैं कि यह कब से लागू हुआ है क्या सच में हुआ है क्या यह सही में हुआ है तो मैं आपको बता दूं यह वीडियो आप पूरा देखेंगे बहुत छोटा पोस्ट बना रहा हूं और सारी चीजें आपको समझाने जा रहा हूं लवे से आप यात्रा करते हैं या फिर लवे यात्रा कभी करने वाले हैं या फिर आपके फैमिली के लोग रिश्तेदारी में कोई कर रहा है यह नियम लागू हो चुका है 1 जुलाई से वेटिंग टिकट जो क करर आप जाते थे किसी भी मतलब स्लीपर बोगी में जाते थे या फिर रिजर्वेशन बोगी जिसको कहते हैं या फिर थर्ड एसी में भी घुस जाते थे आप तो वो सब बंद हो गया हुआ है इस चीज को मानना पड़ेगा वो बंद हो गया हुआ है बहुत सारे लोग जो यात्रा करने वाले हैं उनको आगाह करने के लिए मैं ये पोस्ट बनाया हूं कि देखिए वेटिंग टिकट जो काउंटर से आप लेते थे पहले तो ये था कि ऑनलाइन जो लेते थे वेटिंग टिकट वो कंफर्म नहीं होता था तो क्या होता था वो ऑटोमेटिक कैंसिल माना जाता था वो कैंसिल हो जाता था और पैसा आपके अकाउंट में चला जाता था क्योंकि ऑनलाइन जो टिकट आप खुद से निकालते हैं चाहे किसी से कहीं से निकालते हैं सीएससी सेंटर से साइबर कैफे से या फिर कहीं भी रेलवे टिकट निकालते हैं ऑनलाइन तो उसमें क्या होता है कि अकाउंट नंबर मेंशन होता है सारा डिटेल्स मेंशन होता है या फिर यूपीआई आईडी में होता है तो उसमें क्या होता है कि आपका वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हुआ तो पैसा रिटर्न वापस आ जाता है और वो कैंसिल माना जाता है क्योंकि ऑनलाइन वेटिंग टिकट पर यात्रा आप कर नहीं सकते हैं वो अवैध है लेकिन काउंटर से आपने लिया है रेलवे स्टेशन पे जाके स्टेशन काउंटर से आपने टिकट लिया है वेटिंग टिकट और वो कंफर्म नहीं होता है ट्रेन खुलने तक चाट बन जाता है कंफर्म नहीं होता है फिर भी आप उस पर यात्रा कर सकते थे यात्रा कर सकते थे
अब काउन्टर वेटिंग टिकट से यात्रा पर जुर्माना | counter waiting ticket update
आप किसी भी रिजर्वेशन भोगी में घुस जाते थे किसी भी स्लीपर भोगी में घुस जाते थे और बैठ के आराम से दिन में यात्रा कर सकते थे रात में सोते समय होता था कि आप कहीं ना कहीं फर्स प एडजेस्ट करते थे लेकिन यात्रा कर सकते थे यह था कि यात्रा कर सकते थे उसी को भी अब बंद कर दिया गया उसको भी रेलवे मंत्रालय की तरफ से बंद कर दिया गया है कि आप काउंटर से भी वेटिंग टिकट लेते हैं आप चाहे दो महीने पहले चाहे एक महीने पहले चाहे 15 दिन पहले अगर वो कंफर्म नहीं होता है वो आरएसी नहीं होता है तो आप उस पर यात्रा नहीं कर सकते कहां नहीं कर सकते सिर्फ स्लीपर बग में यात्रा नहीं कर सकते हैं या फिर उससे ऊपर वाला थर्ड एसी हो गया सेकंड एसी हो गया उसमें यात्रा नहीं कर सकते लेकिन उसी टिकट पर आप जनरल डब्बे में यात्रा कर सकते हैं जैसे आपने काउंटर से ले लिया वेटिंग टिकट वो कंफर्म नहीं हुआ तो उस टिकट पर आप जनरल डब्बा में यात्रा कर सकते हैं यह ऑप्शन दिया गया है लेकिन स्लीपर में आप यात्रा करते हैं जबरदस्ती घुस गए हुए हैं अगर टीटी पकड़ लेता है पहले तो कुछ नहीं कता था वो छोड़ देता था या फिर उसको पता रहता था कि स्लीपर का ही टिकट है वेटिंग है कंफर्म नहीं हुआ तो आप आराम से यात्रा करते थे अब क्या है उस पर चालान कर दिया गया है मतलब कि जुर्माना जो एक बे टिकट यात्री को जुर्माना किया जाता है उसी प्रकार से आपको भी जुर्माना किया जाएगा और जुर्माना करने के बाद ये नहीं कि फिर यात्रा कर सकते हैं आप स्लीपर में जुर्माना तो किया जाएगा एक तो वेटिंग टिकट आपने पहले से लिया हुआ है ऊपर से दोबारा आपको जुर्माना भी किया जाएगा उसके बाद क्या होगा कि आपको ट्रेन से उतार दिया जाएगा आपको जनरल गगी में भेज दिया जाएगा जहां भी अगले स्टेशन पर गाड़ी रुकती है तो ये तीन तरह का आपका नुकसान होगा तो इसलिए वेटिंग टिकट आपने ले रखा है कंफर्म नहीं होता है तो यात्रा नहीं करें अब तत्काल में टिकट ले ले तत्काल में निकाल सकते हैं
रेल मंत्रालय का बड़ा फ़ैसला वेटिंग टिकट से यात्रा बंद || waiting ticket not allowed | Irctc update
तत्काल का ऑप्शन है या फिर आरएससी हो जाता है तो यात्रा कर सकते हैं या फिर इमरजेंसी में जाना है तो जनरल टिकट आप कटाए और जनरल बोगी से यात्रा कीजिए लेकिन स्लीपर बोगी में आप वेटिंग टिकट पर यात्रा मत करिए इसी चीज को मैंने पिछले पोस्ट में आपको बताया था और आपको बता दूं कि ये सिर्फ स्लीपर के लिए लागू हुआ है बेटिंग टिकट के लिए लागू हुआ है बाकी जो जैसे चल रहा है उसी हिसाब से चलता रहेगा बाकी कोई बदलाव टिकट में नहीं किया गया है जैसे आपको बता दूं कि फर्स्ट एसी होता है उसमें आपको पता है कि उसमें ना वेटिंग होता है ना फालतू यात्री लोग जाते हैं वेटिंग होता है अगर कंफर्म नहीं हुआ तो ऑटोमेटिक कैंसिल हो जाता है सेकंड एसी में भी आपका वही होता है आपने टिकट वेटिंग ले लिया हुआ है लेकिन वो क्या होता है कि अगर कंफर्म नहीं हुआ चार्ट बनने तक तो आपका ऑटोमेटिक कैंसिल हो जाता है पैसा आपके अकाउंट पे आ जाता है इसी प्रकार से थर्ड एसी में भी सेम प्रोसेस है अब स्लीपर को भी उसी कैटेगरी में ला दिया गया है मतलब क्योंकि अब देखिए होता क्या है कि बहुत सारे लोग बहुत शिकायत करते थे रेलवे मंत्रालय में शिकायत जाता है वहां शिकाया जाता है उ लोगों को पता चलता है आए दिन शिकायत जाता था कि इतने वेटिंग वाले स्लीपर में घुस रहे हैं इतना वेटिंग टिकट काटा जा रहा है रेलवे के तरफ से कि कोई भी चैन से सो के नहीं जा पा रहा है जिनका कंफर्म है या फिर जिन्होंने तत्काल टिकट लिया है या फिर जिनका आरएससी है वो लोग चैन से यात्रा नहीं कर पाते थे वेटिंग वाले इतने ज्यादा मतलब कि आपको बता दूं 72 लोगों की सीट होती है एक बोगी में और 300,400 500 लोगों का वेटिंग कर दिया जाता था लोगों को बहुत परेशानी होती थी लोग ऑब्जेक्शन कर रहे थे कि इतना पैसा देकर भी चैन से यात्रा नहीं कर रहे तो इसी को लेकर अब इससे बंद कर दिया गया है काउंटर का भी वेटिंग टिकट बंद कर दिया गया है
जब Counter का Waiting Allow नहीं फिर रेलवे Waiting टिकट क्यों दे रही है?
ऑनलाइन तो वेटिंग टिकट पहले से बंद था यात्रा नहीं कर सकते थे मतलब कि टिकट कटा सकते हैं लेकिन यात्रा नहीं कर सकते अगर कंफर्म नहीं हुआ तो तो लोगों को खुश होना चाहिए लोग बहुत सारे लोग शिकायत कर रहे हैं तो उनको खुश होना चाहिए लेकिन अब लोगों का नया शिकायत आ गया कि वेटिंग बंद नहीं करना चाहिए था क्योंकि इमरजेंसी में लोग वेटिंग से यात्रा कर लेते थे काम चल जाता था उससे कम से कम अपने मंजिल पे तो पहुंच जाते थे लेकिन आपको बता दूं कि यह बंद कर दिया गयाहै तो कर दिया गया है इसके अलावा आपको बता दूं चालान के बारे में आप स्लीपर में ना टिकट के घुस जाते हैं या फिर जनरल टिकट लेकर घुस जाते थे तो पहले चालान कटा लेते थे टीटी आटा था आपको चालान कर देता था जुर्माना कर देता था और आप स्लीपर में आराम से यात्रा कर लेते थे चालान पभी यात्रा कर लेते थे स्पर में आप लेकिन अब वो संभव नहीं है अब आपका चालान भी होगा बिना टिकट के है या फिर जनरल टिकट पे आपने है आप घुस के स्लीपर में आपका चालान हो गया जुर्माना हो गया फिर भी आपको उतर के जनरल में ही जाना है उस चालान पे सिर्फ जनरल में यात्रा कर सकते हैं स्लीपर में वही लोग यात्रा करेंगे सीधा समझ लीजिए जैसे थर्ड एसी सेकंड एससी फर्स्ट एसी में लोग यात्रा करते हैं इसी प्रकार से जिनका सीट कंफर्म है या फिर जिनका आरएसी हो गया हुआ है वही लोग यात्रा करेंगे बाकी लोग अब यात्रा नहीं कर सकते हैं बाकी लोगों के लिए जनरल बोगी है जनरल में ही यात्रा आपको करना पड़ेगा अब जनरल में इतना भीड़ बढ़ जाएगा कि अभी तो नहीं लेकिन संभवत आगे हो सकता है कि सरकार जनल बोगी की संख्या बढ़ाए जनरल बोगी की डिब्बा और हर ट्रेन में जोड़े हो सकता है ऐसा लेकिन फिलहाल जो अपडेट है वो मैंने आपको बताया मुझे लगता है कि आप समझ गए होंगे बिल्कुल आसान भाषा में मैंने समझाया और ये 1 जुलाई 2024 से ही लागू हो चुका है तो इसके बाद जो लोग यात्रा करने वाले हैं