वीर्य जल्दी गिरने से रोकने और सेक्स टाइम बढ़ाने का तरीका
शीघ्रपतन से तात्पर्य है या लोग जिसको समझते हैं की वीर्य का सेक्स में बड़ी जल्दी निकल जाना यदि हम साइंटिफिक अली कहे तो जिनका सेक्स करने में अंदर डालने से पहले ही योनि में अंदर डालने से पहले या डालने के कुछ ही सेकंड में 10 15 20 30 सेकंड में या कुछ स्ट्रोक्स लगाने में ही जिनका वीर्य निकल जाता है और लिंग का तनाव खत्म हो जाता है उसको हम शीघ्रपतन या prematuriculation कहते हैं लेकिन हमारे पास आने वाले 90% लोगों में एक्चुअल बीमारी के मुकाबला शीघ्रपतन उन लोगों का वह होता है की उनकी एक्सपेक्टेशन से कम जल्दी हो जाना और उनकी एक्सपेक्टशंस कहां से बनती हैं ब्लू फिल्म देखकर या दोस्तों से बात कर कर सारे दोस्त करो तो 10-15 मिनट से कम तो कोई बताता नहीं है और बीएफ में देखते हैं तो आधा-आधा घंटा 1 घंटा तक सब लोग अपना मजे लेते हैं तो हमारी एक्सपेक्टेशन जब आधा घंटा 15 मिनट 20 मिनट की होती है तो जो नॉर्मल टाइम जो एक दो मिनट का होता है या दो तीन मिनट का होता है वह सबको एक्सपेक्टेशन ज्यादा परेशान करता है ब्लू फिल्म तो शीघ्रपतन वास्तविक रूप से 90% लोग जो हमारे पास आते हैं वह वास्तविक रूप से शीघ्रपतन ना होकर वो उम्मीद से अधिक इच्छा रखने वाले होते हैं तो ऐसे में जो साइंटिफिक रीजन है शीघ्रपतन का जिनका हम कहें की जिसको मैंने बताया था की एक्चुअल रूप में जो बीमारी है की जिनका अंदर डालने से पहले ही या डालने के अंदर डालते ही सेकेंड्स कुछ स्ट्रोक्स में जिनका निकल जाता है तो उसका कारण जो होता है वो ब्रेन में होता है हारमोंस लेवल पर तो ब्रेन में जो अलग-अलग सेल्स होते हैं उनके बीच में जब इलेक्ट्रिक करंट जब प्रवाहित होता है तो एक सेल से दूसरे सेल्स के बीच में जो कंडक्शन होता है वह कुछ केमिकल सर कुछ हारमोंस ब्रेन में रिलीज होते हैं और वह अगली सेल्स पर जाते हैं और जो एक्स्ट्रा हारमोंस होते हैं वो पहली सेल्स अपने आप वापस खींच लेती है तो यह एक्टिविटी जब बहुत जल्दी होने जाती है ब्रेन में की वो हारमोंस दोबारा पहली सेल्स वापस ले लेती है तो उसे केसेस में देखा गया है यह कारण होता है
क्या सेक्स के समय वीर्य जल्दी गिर जाता है? जानें शीघ्रपतन क्यों होता है, छुटकारा पाने की दवा
शीघ्रपतन का और इसको कुछ दवाइयां से हम इसको डिले कर जा सकता है और इसको हम दवाई देकर शीघ्रपतन की समस्या का समाधान किया जा सकता है लेकिन एक कॉमन कारण जैसे मैंने एक बताया की अपने आप में उम्मीद से ज्यादा इच्छा करना जो की हम बता रहे हैं की ब्लू फिल्म और दोस्तों से बात करके जो इच्छा जागृत होती है और हम उम्मीद करते हैं की 10-10 मिनट होगा वैसा नहीं होता लेकिन एक दूसरा कारण और इस समस्या का होता है की हम सेक्स के बारे में प्रॉपर नॉलेज नहीं रखते हैं होता क्या है की जब एक कपल में चोरी हम दूसरा एक और डेफिनेशन देते हैं की हम अपने पार्टनर को हमारी जो फीमेल पार्टनर है हम उसको सेटिस्फाई ना कर पाए तो हमें लगता है की हम तो utkhalit हो गए हमारा वीर्य निकल गया लेकिन हमारा पार्टनर को सेटिस्फेक्शन नहीं मिला उसको और आज़म नहीं आया या उसका चरम सीमा उसको नहीं प्राप्त हुई तो वो अनसेटिस्फाइड है या तो हमारा प्रीमेच्योर है ट्रीटमेंट जो होता है जिनको शुरू से ही प्रॉब्लम है तो ऐसे में कुछ हम दवाइयां देते हैं कुछ जो ब्रेन के जो सेक्रेटिशन हार्मोन या केमिकल्स होते हैं उनको वो बहुत देर तक रोके रहने में और टाइमिंग बढ़ाने में हेल्प करती हैं यह दवाइयां कुछ समय तक दो-तीन महीने तक रेगुलर लेनी पड़ती हैं या दूसरे और एडजेस्टमेंट किए जा सकते हैं की कंडोम पहनने से भी थोड़ा सा टाइम में इंक्रीज हो जाता है सेकंड थिंग कुछ कॉन्डम्स आते हैं जो की कुछ एक्स्ट्रा टाइम या लॉन्ग ड्यूरेशन लॉन्ग लास्ट इन सब नाम से जो मिलते मैं उसमें कुछ मेडिकेशन लगी होती है कंडोम में और उससे थोड़ा सा टाइम बढ़ाया जा सकता है शीघ्रपतन में एक चीज और मैं बताना चाहूंगा की शीघ्रपतन तनाव में कमी के साथ भी थोड़ा सा रहता है लोग डॉक्टर के पास जाते हैं शीघ्रपतन के लिए लेकिन जब हम ज्यादा डिटेल में पूछते हैं या नई भी पूछते हैं तो साथ में जो हम मेडिसिन देते हैं तो थोड़ा सा लिंग के तनाव को बटोर करने की जब मेडिसिन अभी साथ में देते हैं तो उसमें रिजल्ट्स हमें अच्छे मिलते हैं तो शीघ्रपतन के साथ देखा गया है की कहीं ना कहीं जब वो पेश जो व्यक्ति हमारे पास ए रहा है शीघ्रपतन से तो उसको वो जब वो बीमार होता है तो उसका इरेक्शन भी थोड़ा डाउन हो जाता है भले ही वह मानसिक रूप से हो या वाकई में शारीरिक कोई कमी हो तो ऐसे में दोनों ही समस्याओं को शुरू में हमें ट्रीट करना पड़ता है की तनाव को भी बढ़ाना पड़ता है