अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट फोनपे गूगल पे बैंकों में से आठ बैंक ही केवल बीबीपीएस से जुड़े हुए हैं इसका मतलब यह हुआ कि 30 जून के बाद 26 बैंकों के ग्राहk थर्ड पार्टी प्लेटफार्म के जरिए क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं कर पाएंगे अब समझते हैं कि यह बीबीपीएस क्या है और यह सिस्टम कैसे काम करता है भारत बिल पेमेंट सिस्टम को आरबीआई ने क्रिएट किया है और इसको नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई ऑपरेट करेगा यह सभी तरह के बिल्स के पेमेंट के लिए वन स्टॉ इकोसिस्टम तैयार किया गया है इसके जरिए आप कभी भी और कहीं से भी अपने बिल पे कर पाएंगे बीबीपीएस में आप बिजली फोन डीटीएच गैस पानी आदि सभी के बिल्स जो हैं वो पे कर पाएंगे और इसलिए एक वन स्टॉप सलूशन देने की कोशिश की जा रही है इसके जरिए आप इंश्योरेंस का प्रीमियम अपने म्यूचुअल फंड निवेश के सिप बच्चों की स्कूल की फीस जैसे और भी जो पेमेंट आप एक नियमित टाइम में करते हैं उनके लिए भी प्रोविजन किया गया है ताकि पेमेंट करने वाले को आसानी रहे अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एक्टिव हुए हैं कुछ और भी बैंक शामिल हैं लेकिन जो बैंक अभी तक भारत बिल पे सिस्टम से नहीं जुड़े हैं अगले महीने से उनका एग्रीगेटर के जरिए अगर आप पेमेंट करते हैं तो यह नहीं हो पाएगा इन बैंकों के ग्राहक अपने बैंक ऐप या नेट बैंकिंग के जरिए पेमेंट कर पाएंगे क्रेड फोनपे गूगल पे पार्टी एग्रीगेटर बीबीपीएस से जुड़े हैं
New Credit card payment rules 2024|Effective from 1st July
अभी अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल क्रेड के जरिए भरते हैं तो इसका पैसा आपके बैंक खाते से कटकर क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक के पास पहुंच ता है 1 जुलाई से जो बैंक बीबीपीएस से जुड़े हैं सिर्फ उन्हीं का भुगतान इन थर्ड पार्टी एग्रीगेटर के जरिए हो पाएगा यह भी संभव है कि ऐ के जरिए पेमेंट करने पर आपके खाते से पैसे तो कट जाएं लेकिन वह बैंक के पास नहीं पहुंच पाएगा तो शायद आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर इस सेंट्रलाइज बिल भुगतान की व्यवस्था से फायदा क्या होगा तो पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी कहते हैं कि आरबीआई चाहता है कि क्रेडिट कार्ड को पूरी तरह से भारत बिल पेमेंट सिस्टम के तहत लाया जाए सेंट्रलाइज सिस्टम से सभी तरह के बिल्स को ट्रैक करने में मदद मिलेगी पूरे साल के दौरान किस व्यक्ति ने कितनी राशि के बिल का भुगतान किया है इस बारे में आसानी से पता चल सकेगा दरअसल इनकम टैक्स विभाग ने यह नोट किया कि कुछ लोग अपनी सालाना इनकम कम दिखाते हैं और क्रेडिट कार्ड के जरिए इससे कई गुना ज्यादा तक रकम खर्च कर देते हैं तो बीबीपीएस पूरी तरह लागू होने पर आरबीआई और इनकम टैक्स विभाग को भुगतान के ट्रेंड्स के बारे में बेहतर डाटा मिल सकेगा इससे आने वाले दिनों में टैक्स वसूली में वृद्धि हो पाएगी इसके अलावा देश में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जांच एजेंसियों को अपराधियों के पास पहुंचने में कई तरह की दिक्कतें आती हैं बीबीपीएस के जरिए इस तरह के फ्रॉड एंट ट्रांजैक्शन को ट्रैक करना आसान हो जाएगा क्योंकि पेमेंट होने पर एजेंसियों को यह पता लगाने में आसानी होगी कि ठगी की रकम कहां ट्रांसफर की गई है इससे ठगों को पकड़ने और ठगी की रकम को वापस करने में मदद मिलेगी हालांकि आपको याद होगा कि जब यूपीआई लागू हुआ था तब भी बहुत सारे बैंक्स जो थे वो इस प्लेटफार्म से तुरंत नहीं जुड़े थे देर लगाई थी और वही हम देख रहे हैं बीवीपीएस के साथ भी हो रही है ये शुरुआत का एक हेसिटेशन बना हुआ है जो बैंक इस सिस्टम से अभी तक नहीं जुड़े हैं उम्मीद है वो भी जुड़ जाएंगे क्योंकि कुल मिलाकर आरबीआई की नई पहल यही चाहती है कि पेमेंट की ट्रैकिंग आसान हो और पेमेंट का एक ट्रांसपेरेंट सिस्टम लाया जाए और साथ ही में साइबर ठगी पर भी रोक लगाने में मदद