गले मिलने से पहले Pawan Singh और khesari Lal Yadav को शर्म से डूब मारना चाहिए था, जानिए!
कहा जाता है कि नेता अभिनेता पर भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि किसका किसके साथ कब गठबंधन हो जाए ये कोई नहीं जानता और इनके चक्रव्यूह में कोई फंसता है तो इनके समर्थक गंदे तरीके से कोई फंसता है तो वो है इनके चाहने वाले। सबसे ज्यादा आपस में कोई लड़ता है तो इनको पसंद करने वाली पब्लिक इनके पागल फैन्स बाकी इस लाइन को पवन की सारी बहुत अच्छे से चरितार्थ करते हैं। कल से पहले पवन के सा रे के बीच क्या खिचड़ी पक रही थी ये किसी को पता तक नहीं था।ये किसी को नहीं पता था कि पवन की सारी भोजपुरी इंडस्ट्री को क्या नया सरप्राइज़ देने वालें हैं। लेकिन जब से पवन कि सारे के मिलने की खबर सामने आई थीं तब से भोजपुरी दर्शकों के मन में कहीं ना कहीं ये सवाल चल रहा था कि क्या पवन कि सारे एक दूसरे को सामने से फेस कर पाएंगे? सोशल मीडिया पर दिन रात एक दूसरे को गाली देने वाले नीचता की हद पार कर देने वाले ये दोनों सुपरस्टार एक दूसरे से गले मिलेंगे या नहीं? बहुत से लोगों के मन में ये भी चल रहा था। जब पावर स्टार और भोजपुरी की हिट मशीन लखनऊ वाले अवॉर्ड शो में एक दूसरे से मिलेंगे। एक दूसरे को देखेंगे तो इनका पहला रिऐक्शन कैसा होगा? ऐसा इसलिए क्योंकि ये सबको पता है कि कल से पहले पवन खेसारी एक दूसरे को सबसे बड़े दुश्मन के रूप में देखते थे। एक दूसरे के विरोधी के रूप में देखते थे। दिन रात लाइव आकर एक दूसरे को दम भर कर के आते थे। मंच से गंदा गंदा इशारा करते थे। एक तरफ पवन सिंह अपने आप को स्वाभिमानी बताते थे तो कल से पहले खेसारी लाल यादव भी कहा करते थे।
Bhojpuri Industry:Pawan Singh-Khesari Lal Yadav में हो गई सुलह,मिले गले | Ravi Kishan | Manoj Tiwari
पवन सिंह से भले ही 10 साल बाद इस इंडस्ट्री में आए हैं, लेकिन उनसे किसी भी मामले में ज़रा भी कम नहीं है। यहाँ तक कि सारी तो कल से पहले खुद को सलमान खान तो पवन सिंह को कुमार सानू बता देते और ऐसा इसलिए क्योंकि कि सारे लाल यादव के अनुसार पवन सिंह को ना एक्टिंग आती है और ना ही वो अच्छा एंटरटेनर है, जबकि के सारे खुद को इसलिए सलमान खान कहते हैं क्योंकि उनके अनुसार उनको एक्टिंग भी आती है। वो सिंगिंग भी कर लेते है, वो अच्छा डांस भी कर लेते हैं। लेकिन इस बात की अंदाजा किसी को नहीं थी। मैं खुद को स्वाभिमानी बताने वाले पवन सिंह अपने सारे विवादों को भूलकर खेसारी को छुट का कहकर बुलाएंगे और अपने पुराने विवादों पर मिट्टी डालकर की सारी से सबके सामने गले मिल जाएंगे। किसी ने ये सोचा भी नहीं होगा कि जो पवन सिंह आज से ठीक 5 दिन पहले अपने इंटरव्यू में खेसारी लाल यादव का नाम लेने से भी बचते हैं कि सारे को अपना भाई बताने से भी बचते हैं, वो पवन सिंह खेसारी के लिए गाएंगी की तो हराजी सन भाई कहाँ तोहरा जेसन यार कहाँ बाकी इस वीडियो में हम पवन के सा रे के ही ऊपर बात करेंगे, लेकिन उससे पहले नमस्कार मेरा नाम है डाली पांडे मेरे साथ एक कैमरामैन विशाल और आप देख रहे हैं जनता जंक्शन हम तो हैरान है ये देख करके खेसारी लाल यादव का जो राइटर अखिलेश कश्यप, भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह के मैनेजर दीपक सिंह को सिर्फ नीचा दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर कई बार लाइव आया था और आधे घंटे के लिव में दीपक सिंह की औकात दिखा दिया था, उस इंसान को दीपक सिंह के बगल में खड़े होकर फोटो खिंचवाते वक्त ज़रा भी शर्म नहीं आई।
Khesari Lal Yadav & Pawan Singh एक साथ मंच पर विवादो को भूल मिले गले | Bhojpuriya Mumbai Sangam
इस अखिलेश कश्यप ने महेश पांडे वाले मैटर के बाद पवन सिंह का साम्राज्य खत्म करने की धमकी दी थी जिसने पवन सिंह को विशाल सिंह का दादा तक कह दिया था। वो अखिलेश कश्यप आखिर किस मुँह से अपने सोशल मीडिया पर पवन सिंह की टीम के साथ खिंचवाई हुई तस्वीर शेर कर रहे हैं? हमको तो तरस आ रही है उस यूट्यूबर जिसने खेसारी लाल यादव, उनके मैनेजर विवेक सिंह, राइटर अखिलेश कश्यप के चक्कर में सुसाइड अटेम्पट करके अपना मानसिक संतुलन खो कर आज भी वो हॉस्पिटल में अपना दिन काट रहा है। और खेसारी पवन के मिला के बाद राजीव शर्मा महेश पांडे की वीडियो डालकर लिख रहे हैं कि खुशखबरी महेश बाबा के स्वास्थ्य में सुधार हुआ। हमको एक बात अभी भी समझ नहीं आ रही है कि जीस पवन सिंह के प्रताड़ना से महेश पांडे की आज ये स्थिति हुई है। उस महेश पांडे की तबियत अचानक से खेसारी लाल यादव और पवन सिंह के मिलन के बाद ठीक कैसे हो गए? हम तो सोच रहे है की अब पवन सिंह उस फैन का क्या होगा जिसमें पवन सिंह के समर्थन के लालच में खुद को पवन का अंधभक्त साबित करने के लिए ये सारी लाल यादव की बेटी के ऊपर गाना गाकर जेल गया? हमको तो पवन सिंह का वो बयान याद आ रहा है जब वह अपने इवेंट में ही खेसारी लाल यादव को ललकारते हुए दहाड़कर मंच से कहे थे कि पीठ पीछे तो बहुत लोग बहुत कुछ बोलते हैं। इसको बोलना है जिसमें दम है। वो सामने आकर बोले और वो पवन सिंह जब अपने सबसे बड़े विरोधी अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदी अपने सबसे बड़े दुश्मन से मिलते हैं तो किस मुँह से कि सारे के लिए गाना गाते हैं? हमको पवन, खेसारी के एक होने से दिक्कत नहीं है।