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क्या ज्यादा देर तक सेक्स नहीं कर पाते हैं?

बहुत सारे लड़कों को ये शिकायत रहती है कि उनकी जो फीमेल पार्टनर है उसका तो कभी मन ही नहीं होता है होता भी है तो कभी 15 दिन में 20 दिन में महीने में एक बार या फिर तब भी नहीं अगर वो आप नहीं बोले तो तो उसके क्या कारण है उसके बारे में जानेंगे और दूसरी चीज कि वो कौन सा टाइमिंग है जब उसका मन सबसे ज्यादा करता है किसी भी फीमेल का ठीक है तो उसके बारे में आज हम बात करेंगे सीधे-सीधे कि देखिए पहला कारण क्या होता है कि हो सकता है कि आपकी बाहर का जो माहौल है आपके घर का माहौल है वो बहुत ही स्ट्रेस भरा हो ठीक है दूसरी चीज हो सकता है बच्चों को लेकर कोई प्रॉब्लम चल रही हो कोई स्ट्रेस हो या फिर ये भी हो सकता है कि आपकी फैमिली में कोई प्रॉब्लम्स है या फिर कोई फाइनेंस से लेके दिक्कत है जिसको  लेके भी जो फीमेल है वो बहुत ज्यादा चिंतित हो जाती हैं और जब भी वो चिंतित होती हैं तो उनको इन सब में मन लगाने का मन ही नहीं करता है ये बिल्कुल सच्चाई है ठीक है और क्या बात हो सकती है कि उसके अंदर जो एक हार्मोन होता है एस्ट्रोजन हार्मोन उसकी कमी हो गई है यह हो सकता है क्योंकि जो एस्ट्रोजन हार्मोन होता है फीमेल का वही कहीं ना कहीं उसको इच्छा को जागृत करने में हेल्प करता है ठीक है अब देखिए और बहुत सारी फीमेल क्या करती हैं कि वो बताती नहीं है यह भी एक कारण हो  सकता है उनका बहुत ज्यादा मन कर रहा है लेकिन वो यही सोचती हैं कि उनका जो मेल पार्टनर है उसी का ये काम है आपका तो कोई काम है ही नहीं तो यह भी गलत है लेकिन  ऐसा होता है बहुत सारी ऐसी फीमेल होती हैं जो खुद से कभी नहीं कहती वो ये जो अपनी फीमेल फ्रेंड है उनके सामने भी बोलती हैं कि मैं तो कभी बोलती नहीं हूं और मैं कभी कहती नहीं हूं कुछ करने के लिए और उसी को वह अपनी खुशी समझती हैं ठीक है अंदर-अंदर उनको भी दुख होता है कि अ क्योंकि जो  लड़का है वोह भी नहीं समझ पाता कि उनको सच में कुछ करना है या नहीं करना है तो जो भी

क्या ज्यादा देर तक सेक्स नहीं कर पाते हैं?

ज्यादा देर तक करने की दवा

फीमेल इस को देख रही है उनसे एक बात कह देती हूं कि अगर आपका मन है तो आपका जो पार्टनर है उसको बिल्कुल खुलल के बताइए क्योंकि दोनों की रिस्पांसिबिलिटी है रिश्ते को चलाने के लिए एक की नहीं होती है ठीक है तो आपकी खुशी है तो आप भी बोल सकते हैं कोई प्रॉब्लम नहीं है तो ये भी एक कारण होता है अब हम बात करते हैं कि जब फीमेल का मन होता है एक्चुअल में तो देखिए अगर कोई फीमेल नहीं भी कह रही है लेकिन अगर यह टाइम चल रहा है तो आपको समझ लेना है कि अब उसका मन हो सकता है तो आप उससे पूछ सकते हैं या फिर आप ट्राई कर  सकते हैं ठीक है उसका कंसेंट लेके तो वो जो टाइमिंग होता है तो पहला तो जब उसका जो पीरियड टाइम आने वाला है मतलब उनके जो पीरियड्स शुरू होने वाले होते हैं उससे कुछ समय पहले एक दिन दो दिन पहले उसका मन होता है ठीक है किसी-किसी में क्या होता है कि 7 दिन पहले 10 दिन पहले जब भी पीरियड्स आते हैं उससे उनको एक प्रॉब्लम होती है प्रॉब्लम मींस कि उसके जो बॉडी है उसके अंदर टेस्ट सॉरी प्रोजेस्ट्रोन का लेवल बढ़ जाता है एक हार्मोन होता है जिसकी वजह से जो उनकी ब्रेस्ट होती है उनमें भी थोड़ा सा अ भारीपन सा फील होता है उनका जो पेट का जो निचला हिस्सा होता है वो भी भारी-भारी सा फील होता है और उनको बहुत सारी दिक्कतें होती है मतलब पेन सा रहता है इसलिए उनको मन नहीं होता है तो ये कारण होता है सात से 10 दिन पहले किसी किसी को ये येय इनको बोलते हैं प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम ठीक है इसको बोलते हैं पीएमएस ठीक है जो अ मतलब जो मेंस्ट्रुअल साइकिल है उससे पहले ही कुछ  ऐसे सिमटम्स दिखाई देते हैं जिनकी वजह से उनका मूड जो है वो भी स्विच होता रहता है बार-बार में उनका कभी खुश हो जाती है कभी दुखी हो जाती है तो फीमेल की बॉडी में कंप्लीट खेल होता है हार्मोंस का उनको  बहुत ज्यादा परेशान करते हैं पूरे मंथ में लड़कों के एक जैसे चलते रहते हैं लगभग ठीक है लेकिन लड़कियों के इस तरीके से उछाल मारते रहते हैं जब उनका पीरियड्स आने वाला होता है तो उससे पहले अलग सिम्टम्स होते हैं पीरियड्स के एक दो दिन पहले अलग सा उनका मूड रहता है हो सकता है

जानिए संभोग कितनी देर तक चलना चाहिए

उस टाइम में बहुत सारे फीमेल्स का मन करता है जैसे ही उनके पीरियड्स स्टार्ट होने वाले होते हैं  उस टाइम ठीक है फिर जैसे ही पीयर्स के दौरान में तो मतलब लगभग किसी भी फीमेल का मनही होता है हो सकता है किसी का हो बट मोस्टली नहीं होता है ठीक है उसके बाद क्या होता है जैसे ही पीयर्स खत्म होते हैं उसके बाद अगेन जो फीमेल है उसका मन रहता है अपने पार्टनर के साथ रिलेशन बनाने का ठीक है क्योंकि उस टाइम में भी जो हार्मोस एक तो रिलैक्स हो जाती है उसकी बॉडी फ्री फील करती है और उस टाइम उसकी जो हार्मोस हैं जो यह इच्छा को जागृत करने वाले हार्मोंस हैं वो धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं और एक टाइम आता है जब अ ये समझिए 14 से 15 दिन हो जाते हैं वो टाइम आता है उस टाइम में उसकी जो इच्छा होती है वो बहुत ही ज्यादा प्रबल होती है ये समझिए उस टाइम में पीक पॉइंट आता है वो पीक पॉइंट भी नेचर ने इसीलिए बनाया है फीमेल्स के लिए क्योंकि उस टाइम में अंडा बाहर निकलने वाला होता है जब बाहर निकलने वाला होता है तो उससे एक दो दिन पहले या फिर एक दो दिन बाद में भी ऐसा हो सकता है उसका मन उस दौरान चलता रहता है तो आप समझिए जैसे ही पीरियड खत्म होते हैं फीमेल के तो लगभग 10 दिन उसके बाद उनका बहुत ज्यादा इच्छा रहता है रिलेशन बनाने का क्योंकि उस टाइम उसके जो हार्मोंस हैं व बहुत ही अच्छी तरीके से काम कर रहे होते हैं और यह सारा का सारा खेल ही हॉर्मोंस का होता है तो आपको समझ में आया होगा कि कौन सा टाइमिंग है तो किसी-किसी में पीरियड से जस्ट पहले किसी किसी में क्या रहता है कि पीरियड्स के बाद और फिर वो जो टाइमिंग है वो चलता है लगभग 10 दिन किसी में 12 दिन ठीक है किसी में 15 दिन भी चल सकता ता है लेकिन जैसे ही ओवुलेशन हो जाता है तो धीरे-धीरे उसका फिर से इच्छा धीरे-धीरे कम होने लगती है और फिर उनको अगेन पीरियड्स आने के लिए वो रेडी होने लग जाते किसी किसी में सिमटम्स जो हैं वो पीएमएस जो मैंने बताया कि भारीपन फील होता है चिड़चिड़ापन होता है वो 10 दिन पहले शुरू हो जाता है तो अगले मंथ के लिए वो फिर से रेडी होने लगती हैं उनका मूड स्विंग होने लगता है तो और फिर इस तरीके से ये प्रोसेस होता रहता है तो

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