181. इंटरपोल प्रयुक्त करने से
(A) मोटर की स्पीड बढ़ती है
(B) काऊंटर e.m.f कम होता है
(C) कम्यूटेटर या स्पार्किंग कम हो जाती है
(D) आर्मेचर धारा DC में परिवर्तित की जाती है
उत्तर C
182. विद्युत मोटर में आर्मेचर तथा स्टेटर के मध्य वायु गैप बहुत कम (As small as possible) रखने का कारण है
(A) प्रबल (Strong) चुम्बकीय क्षेत्र प्राप्त करना
(B) उच्च परिभ्रमण (Rotation) गति प्राप्त करना
(C) परिभ्रमण सरल करना
(D) वायु प्रवाह (Air Circulation) में सुधार करना
उत्तर A
183. इंटरपोल्स का कार्य है
(A) काऊंटर e.m.f. कम करना
(B) कम्यूटेटर पर स्पार्किंग कम करना
(C) मोटर की स्पीड बढ़ाना
(D) आर्मेचर धारा को DC में कन्वर्ट करना
उत्तर B
184. निम्न से कौन-सी विधि, एक बड़ी DC शंट मोटर के शून्य लोड (no load) पर हानियाँ ज्ञात करने के लिये कम खर्चीली (Economical) है?
(A) होपकिंसन टैस्ट
(B) स्विनबर्न टैस्ट
(C) रिटार्डेशन टैस्ट
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर B
185. काउंटर e.m.f (back e.m.f.)………………. Fall है।
(A) मोटर की स्पीड
(B) फलक्स प्रति ध्रुव
(C) आर्मेचर में समानान्तर पथों की संख्या
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर D
186. डी.सी. मोटर में काऊंटर e.m.f
(A) एप्लाइड वोल्टेज का विरोध करता है।
(B) एप्लाइड वोल्टेज पर कोई प्रभाव नहीं उत्पन्न करता है
(C) एप्लाइड वोल्टेज की सहायता (Favour) करता है (D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर A
187. एक de मोटर प्रारंभ में उच्च धारा लेगी यदि –
(A) काऊंटर emf = सप्लाई वोल्टेज
(B) काऊंटर emf < सप्लाई वोल्टेज
(C) काऊंटर emf > सप्लाई वोल्टेज
(D) काऊंटी emf = 0
उत्तर D
188. DC मोटर में कम्यूटेटर का मुख्य फंक्शन है
(A) ac को de में कन्वर्ट करना
(B) स्पार्किंग को रोकना
(C) घर्षण कम करना
(D) de को ac में कन्वर्ट करना
उत्तर A
189. लोड बढ़ाने पर de शंट मोटर की स्पीड –
(A) स्थिर रहती है
(B) कुछ बढ़ती है
(C) कुछ घटती है
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर C
190. यदि de मोटर का फलक्स लगभग शून्य हो जाये तब स्पीड
(A) शून्य हो जायेगी
(B) अनन्त हो जायेगी
(C) रेटेड स्पीड के लगभग बराबर होगी
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर B
191. एक 230 V, de श्रेणी मोटर को 230V, ac पर कनैक्ट किया जाता है। मोटर-
(A) की गति कम हो जायेगी
(B) नहीं चलेगी
(C) कम दक्षता (Efficiency) के साथ चलेगी
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर C
192. एक de शंट मोटर की निर्धारित गति (Rated Speed) 1050 r.p.m. है। मशीन को 1200r.p.m. पर चलाने के लिए उपयुक्त स्पीड कंट्रोल विधि है
(A) फील्ड प्रतिरोध कंट्रोल
(B) आर्मेचर धारा-प्रतिरोध कंट्रोल
(C) वार्ड लियोनार्ड कंट्रोल
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर A
193. यदि एक बड़ी DC मोटर के साथ स्टार्टर का उपयोग न किया जाये तब इसकी स्टार्टिंग धारा
(A) फुल-लोड धारा से कई गुना होगी
(B) के कारण अत्यधिक लाइन वोल्टेज ड्रॉप होगा
(C) के कारण कम्यूटेटर नष्ट हो जायेगा
(D) अत्यंत कम स्टार्टिंग टॉर्क उत्पन्न करेगी
उत्तर D
194. यदि एक de मोटर के फील्ड फलक्स को स्थिर रखकर उसकी आर्मेचर धारा बढ़ाई जाये तब उत्पन्न बलाघूर्ण (Torque ) –
(A) विलोमानुपाती रूप से कम होगा
(B) समानुपाती रूप से बढ़ेगा
(C) स्थिर रहता है
(D) धारा के वर्ग के समानुपाती बढता है
उत्तर B
195. एक डी.सी. शंट मोटर की गति निर्धारित गति से बढ़ाने के लिये एक परिवर्ती (Variable) प्रतिरोध
(A) लाइन के श्रेणी में कनैक्ट किया जाता है
(B) आर्मेचर वाइंडिंग की श्रेणी में कनैक्ट किया जाता है
(C) फील्ड वाइंडिंग की श्रेणी में कनैक्ट किया जाता है
(D) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर C
196. मोटर की दक्षता उस अवस्था में अधिकतम होगी जब में
(A) कॉपर हानियाँ = लोह हानियाँ
(B) कॉपर हानियाँ = लोह हानियाँ
(C) कॉपर हानियाँ = घर्षण हानियाँ
(D) कॉपर हानियाँ = स्थिर हानियाँ
उत्तर D
197. यदि de मोटर का फलक्स शून्य होने का प्रयत्न करता है तथा मोटर स्पीड
(A) की अनन्त होने की प्रवृत्ति होगी।
(B) शून्य होने की प्रवृत्ति होगी
(C) शून्य एवं अनन्त के मध्य रहेगी
(D) में कोई परिवर्तन नहीं होगा
उत्तर A
198. एक डी.सी. शंट मोटर 250 V सप्लाई, 20 A आर्मेचर धारा लेती है। यदि आर्मेचर प्रतिरोध 0.5ओम हो तब काऊन्टर e.m.f का मान होगा
(A) 180V
(B) 200V
(C) 190V
(D) 210V
उत्तर D
199. दो डी.सी. श्रेणी मोटर, श्रेणी (Series) में कनैक्टेड है तथा एक कॉमन लोड को ड्राइव करती है। यदि मोटरों को समान्तर में कनैक्ट कर दिया जाये तब स्पीड
(A) दो गुन से कुछ कम हो जायेगी
(B) आधी से कुछ कम हो जायेगी
(C) आधी से कुछ अधिक हो जायेगी
(D) दो गुनी से कुछ अधिक हो जायेगी
उत्तर D
200. एक डी.सी. श्रेणी मोटर, फील्ड वाइंडिंग के समान्तर में डाइवर्टर के साथ चल रही है। डाइवर्टर का प्रतिरोध बढ़ाने पर मोटर की स्पीड –
(A) घट जायेगी
(B) बढ़ जायेगी
(C) अपरिवर्तित रहेगी
(D) अत्यधिक उच्च हो जायेगी
उत्तर A