Electrician ITI 2nd Year Question Paper

41. पिंजरा प्रारूपी त्रिकलीय प्रेरण का पार्ट नहीं है

(A) कार्बन बुश

(B) स्टेटर

(C) रोटर

(D) शाफ्ट

उत्तर A

42. पिंजरा प्रारूपी प्रेरण की तुलना में स्लिपरिंग प्रेरण मोटर की दक्षता…….. ..होती है।

(A) ज्यादा

(B) कम

(C) बराबर

(D) बहुत ज्यादा

उत्तर C

43. पिंजरा प्रारूपी तीन फेज प्रेरण मोटर की स्पीड

(A) स्टेटर साइड से बदली जा सकती है।

(B) रोटर साइड से बदली जा सकती है। 

(C) स्टेटर और रोटर दोनों साइड से बदली जा सकती है। 

(D) सप्लाई वोल्टेज साइड से बदलर जा सकती है।

उत्तर A

44. तीन फेज इन्डक्शन मोटर का स्लिप-बला आघूर्ण अभिलक्षण किसके समान होता है।

(A) डी.सी. श्रेणी मोटर के 

(B) डी.सी. शटर मोटर के 

(C) जनरेटर

(D) उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर B

45. यदि तीन फेज प्रेरण मोटर की सप्लाई का मान दुगुना कर दिया जाये तो बलाआघूर्ण के मान पर प्रभाव होगा।

(A) दो गुणा बढ़ जायेगा

(B) दो गुणा घट जायेगा 

(C) चार गुणा बढ़ जायेगा 

(D) चार गुणा घट जायेगा

उत्तर C

46. एक तीन फेज 440V, 50Hz प्रेरण मोटर की वास्तविक गति 950r.p. m. है। यदि मशीन में 6 ध्रुव हों तब प्रतिशत स्लिप.

(A) 10%

(B) 0.1%

(C) 5%

(D) 0.5%

उत्तर C

48, एक 20 HP 3 फेज 50 Hz, 440 V प्रेरण मोटर की पूर्णभार करंट.. .. 

(A) 10 amp.

(B) 48 amp.

(C) 28 amp.

(D) 78 amp.

उत्तर C

50. प्रेरण मोटर पर बढ़ने पर मोटर का शक्ति गुणक.. 

(A) लगातार बढ़ता जाता है तथा इकाई हो जाता है। 

(B) पूर्ण भार तक बढ़ जाता है उसके पश्चात कम होने लगता है। 

(C) लगातार कम होता है 

(D) अपरिवर्तित रहता है

उत्तर B

51. प्रायः प्रेरण मोटर को सीधे सप्लाई से स्टार्ट करने के स्थान पर स्टार्टर द्वारा स्टार्ट किया जाता है। इसका कारण क्या है ? 

(A) मोटर का प्रारम्भिक बल-घूर्ण उच्च होता है।

(B) प्रारम्भ में मोटर पूर्ण भार करंट का पाँच से सात गुणा तक धारा लेती है 

(C) मोटर की गति उच्च हो जायेगी एवं मोटर नष्ट हो सकती है।

(D) उपरोक्त सभी 

उत्तर B

52. ऑटो-ट्रांसफॉर्मर स्टार्टर किस प्रकार के प्रेरण मोटर को स्टार्ट करने के लिए उपयुक्त है।

(A) स्टार-संयोजित पिंजरा प्रारूपी मोटर

(B) डेल्टा-संयोजित पिंजरा प्रारूपी प्रेरण मोटर

(C) (a) और (b) दोनों

(D) उपरोक्त में कोई नहीं 

उत्तर C

53. निम्न में से किस मोटर को लोकोमोटिव में प्रयुक्त किया जाता है।

(A) AC श्रेणी मोटर

(B) प्रेरण मोटर

(C) डी.सी. श्रेणी मोटर

(D) सिंक्रोनेश मोटर

उत्तर C

54. साधारणतः प्रेरण मोटर को सीधे सप्लाई से स्टार्ट करने के स्थान पर स्टार्टर द्वारा स्टार्ट किया जाता है।

(A) मोटर का प्रारम्भिक बल-घूर्ण उच्च होता है

(B) प्रारम्भ में मोटर पूर्ण भार करंट का पाँच से सात गुणा तक करंट लेती है।

(C) मोटर की गति उच्च हो जायेगी इसके फलस्वरूप मोटर नष्ट हो सकती है।

उत्तर B

55. एक तीन फेज 15 HP, 400 V डेल्टा संयोजित मोटर शून्य लोड पर 8A करंट एवं 1 kW शक्ति लेती है। शून्य लोड पर मोटर का शक्ति गुणंक ..

(A) 0.18

(B) 0.5

(C) 0.8

(D) 0.6

उत्तर A

56. यदि मोटर को Rheostatic Control) विधि से स्टार्ट किया जाये तब शक्ति की गति बढ़ाने के साथ मोटर….

(A) की स्लिप बढ़ती है 

(B) का बलघूर्ण बढ़ता है

(C) कम बलघूर्ण कम होता है 

(D) शक्ति गुणक कम होता है। 

उत्तर C

57. प्रेरण मोटर का सर्किल डायग्राम आरेखित करने के लिए किसी डेटा की आवश्यकता है।

(A) शून्य लोड पर मोटर द्वारा ली गई धारा, शक्ति एवं वोल्टेज 

(B) ब्लॉक मोटर पर मोटर द्वारा ली गई करंट, शक्ति एवं स्टार्टर को दी गई वोल्टेज

(C) स्टार्टर एवं रोटर प्रतिरोध

(D) उपरोक्त सभी

उत्तर D

58. इन्डक्शन मोटर में वायु अन्तराल की लम्बाई डी.सी. मोटर की तुलना में…

(A) कम होता है

(B) अधिक होता है

(C) बराबर होता है

(D) उपरोक्त में कोई भी

उत्तर A

59. चुम्बकीय लॉकिंग (Locking) का अर्थ है 

(A) मोटर में अधिक शोर होना

(B) मोटर में चुम्बकीय हानियाँ अधिक होना

(C) प्रारम्भिक चालन स्थिति में रोटर का एक ही स्थान पर रूके रहना

(D) मोटर में चुम्बकीय हानियाँ कम करना

उत्तर A

60. चुम्बकीय लॉकिंग से उत्पन्न कठिनाई को दूर करने के उपाय। 

(A) रोटर के खाँचों की संख्या स्टेटर के खाँचों की संख्या से कम करना ।

(B) रोटर के खाँचों की संख्या स्टेटर के खाँचों के तुल्य बनाना

(C) सप्लाई फ्रीक्वेंसी में परिवर्तन करना

(D) मोटर के रोटर को प्रारम्भ में किसी अन्य विधि से घुमाना

उत्तर C

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