ITI 2nd Year Electrician theory Question

161. (i) उच्च प्रारम्भिक बलाघूर्ण (ii) तत्काल प्रारम्भन एवं (iii) परिभ्रमण की दिशा परिवर्तन करने की सरल सुविधा; इन सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने वाली मोटर

(A) पिंजरा प्रारूपी मोटर 

(B) स्लिप रिंग प्रेरण मोटर

(C) डी० सी० शण्ट मोटर 

(D) तुल्यकाली मोटर

उत्तर B

162. एक प्रेरण मोटर तीन-फेज सप्लाई एवं संतोषजनक कार्य कर रही है। अचानक एक फेज में लगा फ्यूज जल जाता है। परंतु मोटर पूर्व की भाँति करता रहता है। इस प्रकार प्रचालन को कहा जाता है

(A) क्रॉलिंग (Crawling)

(B) हण्टींग (Hunting )

(C) सिंगल फेजिंग (Single Phasing)

(D) फ्लोटिंग मोटर

उत्तर C

163. किस स्थिति में प्रेरण मोटर की प्रारम्भिक धारा (Starting Current) उच्चतम होगी

(A) डायरेक्ट ऑन लाइन स्टार्टिंग

(B) स्टार-डेल्टा स्टार्टिंग

(C) ऑटो-ट्रांसफॉर्मर स्टार्टिंग

(D) उपरोक्त सभी

उत्तर A

164, रोटर वि०वा० बल की आवृत्ति

(A) 50Hz

(B) 1.5 Hz

(C) 90 Hz

(D) 45 Hz

उत्तर B

165, रोटर गति

(A) 1000 r.p.m.

(B) 970r.p.m.

(C) 1500r.p.m.

(D) 300 r.p.m.

उत्तर B

166. रोटर में प्रतिकला ताम्र हानियाँ

(A) 1.8 kW

(B) 600 kW

(C) 60 kW

(D) 20 kW

उत्तर B

167. मोटर में विकसित यांत्रिक शक्ति

(A) 60kW

(B) 1.8 kW

(C) 58.2kW

(D) 60 kW

उत्तर C

169. रोटर की प्रतिकला प्रतिरोध, यदि रोटर धारा 60A है

(A) 1/6  ओम

(B) 6 ओम

(C) 1/2 ओम

(D) 2 ओम

उत्तर B

170. प्रेरण मोटर में प्रयुक्त बियरिंग किस प्रकार की होती है

(A) बुश बियरिंग

(B) प्लमर ब्लाक

(C) बॉल बियरिंग

(D) थर्स्ट ब्लाक

उत्तर C

171, बॉल बियरिंग में बॉल्स (Balls) में प्रयुक्त धातु

(A) ढलवां लोहा

(B) स्टैनलेस धातु

(C) कार्बन-क्रोम स्टील

(D) ब्रॉन्ज (कांसा)

उत्तर C

172. एक 8-ध्रुवीय प्रत्यावर्तक 750r.p.m. पर घूमता है तथा कि 6 ध्रुव प्रेरण को शक्ति देता है। मोटर की पूर्ण भार स्लिप है। रोटर में प्रेरित वि० वा० बल की आवृत्ति एवं रोटर की भार गति

(A) 1.5 Hz, 970r.p.m.

(B) 50Hz, 1000r.p.m.

(C) 15 Hz, 750 r.p.m. 

(D) 1.5 Hz, 1500r.p.m. 

उत्तर A

173. कम शक्ति के प्रेरण मोटर (लगभग 5 H.P. तक) के स्टेटर खांचे किस प्रकार के होते हैं

(A) समानान्तर दांतों वाले खुले खांचे

(B) टेपर्ड दांतों वाले खुले खांचे 

(C) समानान्तर दांतों वाले बन्द खांचे

(D) समानान्तर दांतों वाले अर्द्धबन्द खांचे (Semi-closed with Parallel Teeths) 

उत्तर D

174. उच्च अश्व शक्ति (50H.P.) की प्रेरण मोटर के लिए उपयुक्त रोटर

(A) कुण्डलित (Wound)

(B) पिंजरा प्रारूपी

(C) डबल पिंजरा

(D) उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर B

176. एक प्रेरण मोटर सप्लाई देने पर सामान्य गति पर नहीं चलती। निम्न में से मोटर के इस प्रकार व्यवहार का कारण नहीं हो सकता

(A) मोटर के 3 फेज सप्लाई के स्थान पर एक या दो फेज प्राप्त है

(B) वायु अंतराल हर स्थान पर समान न होना

(C) अतिभार

(D) फ्यूज का जलना

उत्तर B

177. एक प्रेरण मोटर अपनी सामान्य गति से बहुत कम गति पर चलता है। निम्न में से इसका कौन-सा कारण नहीं हो सकता

(A) निम्न वोल्टता

(B) उच्च आवृत्ति

(C) कुण्डलियाँ लघुपथित होना 

(D) अतिभार 

उत्तर B

178, प्रेरण मोटर में जोगिंग (Jogging) का अर्थ है

(A) मोटर में ब्रेक लगना 

(B) मोटर की गति कम करना

(C) मोटर के अल्प चालन (Small Movement) के लिये मोटर को एक या बारम्बार सप्लाई देना 

(D) मोटर पर धीरे-धीरे लोड लगाना

उत्तर C

179. प्रेरण मोटर को तुल्यकाली गति पर चलाने के लिये

(A) भार कम करना चाहिए।

(B) बियरिंग घर्षण एवं वायु घर्षण हानियाँ कम होनी चाहिए 

(C) रोटर में रोटर वि०वा० बल की कला में एक वि० वा० बल इन्जेक्ट करना चाहिए

(D) रोटर में रोटर वि०वा० बल के विपरीत कला में एक वि०वा० बल इन्जेक्ट करना चाहिए।

उत्तर C

180, एक प्रेरण मोटर गति करते हुये बहुत गरम हो जाती है। इसका शंभावित कारण

(A) अतिभार

(B) निम्न आवृत्ति

(C) वायु अंतराल का प्रत्येक स्थान पर समान न होना 

(D) उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर D

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